Finance Kya Hota Hai: फाइनेंस कितने प्रकार के होते हैं?

आप सभी का India Is Best ब्लॉग में स्वागत है। इस आर्टिकल में हम आपको Finance Kya Hota Hai के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देने वाले हैं। Finance को हिंदी में पूंजी या फिर वित्त कहते हैं। आज के समय में वित्त यानी फाइनेंस को जानना अति आवश्यक है, फाइनेंस हमें यह बताता है कि कौन सी जमा पूंजी हमें कहां और कैसे लगाने की जरूरत है। Finance को हिंदी में वित्त बोलते हैं, वित्त का मतलब धन होता है जो सही जगह उपयोग करना होता है। आज के समय में वाणिज्यिक क्षेत्रों के कार्यों में इसका अधिक महत्वपूर्ण हैं।

Finance फ्रेंच भाषा से लिया गया है, इस शब्द का उपयोग 18वीं सदी से शुरू हुआ है। Finance हमें यह बताता है कि हमें Savings कहां-कब और कैसे लगाने की जरूरत होती है। Finance हमारे जीवन का आधार है, हम फाइनेंस पर निर्भर है और Finance भविष्य बनाने की योजना है। आज के समय में खर्चे बहुत बढ़ गए हैं और कमाने के स्रोत कम है और भविष्य में होने वाले खर्चे के लिए अभी फाइनेंस पर निर्भर है। Finance को अक्सर लोग गूगल पर सर्च करते रहते हैं, लेकिन उन्हें सही तरीके से जानकारी नहीं मिल पाती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको Finance से जुड़ी सभी बात बताएंगे और बताएंगे कि Finance Kya Hota Hai और यह कितने प्रकार के होते हैं। अतः सम्पूर्ण जानकारी जानने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़ें।

Finance Kya Hota Hai
Finance Kya Hota Hai

Finance Kya Hota Hai

Finance एक ऐसी व्यवस्था होती है, जो किसी भी कार्य को करने या फिर किसी भी कंपनी को सुचारू रूप से चलाने के लिए काम आने वाली पूंजी को मैनेज करने का कार्य करती है। Finance शब्द को फ्रेंच भाषा से लिया गया है, इस शब्द का उपयोग 18वीं सदी के आरंभ से शुरू हुआ है। Finance हमें यह बताता है कि आखिर कौन सी पूंजी हमें कहां और कब लगने की जरूरत होती है।

Finance बिजनेस की रीढ़ की हड्डी नहीं है, बल्कि हमारे जीवन का भी एक आधार है। फाइनेंस पर ही निर्भर होकर हम भविष्य को योजना बनाते हैं, Finance को संपत्ति और दायित्व का मिश्रण भी कह सकते हैं। आज के समय में होने वाले खर्चे और भविष्य में होने वाले संभावित खर्चे के लिए की गई बचत फाइनेंस मैनेजमेंट पर निर्भर करती है। फाइनेंस एक तरह का रिसोर्स भी होता है, जिसमें कोई भी चीज क्रेडिट के तौर पर खरीदी जाती है। हालांकि, बाद में उपभोक्ता द्वारा EMI के तौर पर उस मुल्य को क्रेडिट देने वाली कंपनी को वापस कर दी जाती है।

फाइनेंस कितने प्रकार के होते हैं?

फाइनेंस मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं-

  1. व्यक्तिगत फाइनेंस (Personal Finance)
  2. निगम फाइनेंस (Corporate Finance)
  3. सार्वजनिक फाइनेंस (Public Finance)

व्यक्तिगत फाइनेंस (Personal Finance)

Personal Finance का अर्थ यह होता है कि अपना पर्सनल चीज अगर आप सरल भाषा में समझे तो प्रत्येक व्यक्ति अपने हिसाब से पैसे को मैनेज करता है और उसका जितना भी पैसा रहता है, उस पर उस व्यक्ति का अधिकार होता है और वह अपने हिसाब से सारी चीजों को मेंटेन करता है, तरीके अपनाता है और उसे इनवेस्ट करता है। यह सारी चीज उसके ऊपर निर्भर करती है, इसे हम पर्सनल फाइनेंस या व्यक्तिगत फाइनेंस कहते हैं।

निगम फाइनेंस (Corporate Finance)

निगम फाइनेंस का मतलब यह होता है कि किसी कंपनी संगठन या समूह होता है, जिसमें निगम फाइनेंस शुरू होता है। उदाहरण के द्वारा समझते हैं तो यदि कोई व्यक्ति खुद की एक कंपनी बनाना चाहता है या स्थापित करना चाहता है, लेकिन उसके पास पैसा नहीं है तो इसके लिए वह किसी भी बैंक या संस्था से लोन लेता है तो हम उसको फाइनेंस कहते हैं। इसी की सहायता से वह कई सारे कर्मचारी को लगता है और काम पर और बिजनेस को आगे बढ़ता है, इसमें पैसा इन्वेस्ट होता है।

सार्वजनिक फाइनेंस (Public Finance)

पब्लिक फाइनेंस का सीधा शब्द जो होता है, वह सार्वजनिक रूप से होता है। क्योंकि सरकार जब भी कोई बड़ा प्रोडक्ट या फिर कोई बड़ा काम करती है तो उसमें पैसे की आवश्यकता होती है, इसके लिए सरकार टैक्स लेती है और उस टैक्स का प्रयोग सार्वजनिक कार्यों के रूप में करती है, इसे हम पब्लिक फाइनेंस या सार्वजनिक फाइनेंस कहते हैं।

फाइनेंस के क्या फायदे हैं?

फाइनेंस के कई फायदे हैं और आज के डिजिटल युग में लोग Online Finance का एक अलग ही चलन बढ़ रहा है। Finance के कुछ मुख्य फायदे नीचे स्टेप बाय स्टेप दिए गए हैं-

  • फाइनेंस का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप अपनी आय के अनुसार अपना बजट खुद बना सकते हैं और उसका आंकलन कर सकते हैं।
  • आपको कितना पैसा कहां खर्च करना है और उसके बाद कितना आपको इन्वेस्ट करना है।
  • आप अपने बजट के अनुसार अपनी और परिवार के लोगों के लिए एक्सीडेंट या किसी अप्रत्याशित स्थिति में नुकसान होने पर भरपाई के लिए जीवन बीमा खरीद सकते हैं।
  • Finance के कारण ही भविष्य में लक्ष्य को पाने के लिए निवेश किया जाता है।
  • लंबे समय के लिए Investment से बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद मिलती है।
  • फाइनेंस को समझते हुए मेडिकल इंश्योरेंस, लोग इंश्योरेंस, हेल्थ केयर, निवेश इत्यादि में जमा राशि को काम में लेते हैं, ताकि सभी तरह की समस्याओं के लिए यह फाइनेंस Investment साबित हो सकें।
  • लोग इमरजेंसी के लिए Fund Finance को ध्यान में रखते हुए जमा करते हैं, क्योंकि कई बार लोग निवेश करने की चक्कर में इमरजेंसी फंड रखना भूल जाते हैं जो आपातकालीन में काम आता है।

निष्कर्ष

इस आर्टिकल में Finance Kya Hota Hai के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई है, जिसे पढ़कर आसानी से आप Finance के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी समझ सकते हैं। अगर साझा की गई जानकारी आपको लाभदायक लगती है तो इसे अपने मित्रों को भी साझा करें। साथ ही अपने सुझाव और विस्तार को कमेंट में बताना ना भूलें।

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